हरेला पर्व उत्तराखंड

By Anoop Bhatt 16 July 2023 12:50 PM knowledgehindime.com

हरेला एक हिंदू त्यौहार है जो मूल रूप से उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊ में मनाया जाता है। हरेला का पर्व हरियाली से सम्बंधित है। और नई ऋतु के शुरू होने का प्रतीक भी है।

हरेला पर्व वर्ष में तीन बार आता है- - चैत्र माह में - श्रावण माह में - आश्विन माह में

चैत्र मास में मनाया जाने वाला हरेला पर्व गर्मी के आने का संकेत देता है यह हरेला नवरात्री के पहले दिन बोया जाता है तथा नवमी को काटा जाता है।

चैत्र माह में

श्रावण माह में

सावन लगने से नौ दिन पहले आषाढ़ में बोया जाता है और दस दिन बाद श्रावण के प्रथम दिन काटा जाता है। श्रावण मास में हरेला कर्क संक्रांति के दिन मनाया जाता है।

आश्विन माह में 

आश्विन माह में नवरात्ररी के पहले दिन पर बोया जाने वाला यह हरेला सर्दी आने का संकेत देता है और इसे दशहरे के दिन काटा जाता है।

कैसे मनाया जाता है

एक बर्तन में साफ़ मिट्टी ली जाती है जिसमे अनाज के दाने बोये जाते है और 10 वें दिन इस अनाज को पुरे विधि विधान के साथ देवी देवताओं की पूजा कर काटा जाता है

गढ़वाल में हरेला पर्व

गढ़वाल में श्रावण मास में हरेला पर्व पर पेड़ पौधे लगाये जाते है, साथ ही यह पर्व कृषि पर्व के रूप में मनाया जाता है। गढ़वाल क्षेत्र में हरेला के पर्व पर एक बर्तन में जौ लगाकर इसे मंदिर में रखा जाता है और दशमी के दिन काटा जाता है